
दूदू, 24 मार्च – फागी के उप जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बेहद दयनीय बनी हुई है। अस्पताल में आउटडोर मरीजों की संख्या 1000 के पार पहुंच चुकी है, लेकिन मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है।
19 चिकित्सकों की नियुक्ति के बावजूद, रोजाना सिर्फ 7-8 डॉक्टर ही उपलब्ध रहते हैं। मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ता है, लेकिन कई डॉक्टर ड्यूटी टाइम पर अस्पताल छोड़कर अन्य स्थानों पर विश्राम करते नजर आते हैं।
बंद पड़ी सोनोग्राफी मशीन, मरीजों पर आर्थिक भार
अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन मौजूद है, लेकिन सोनोलॉजिस्ट के सेवानिवृत्त होने के बाद करीब डेढ़ माह से यह मशीन बिना उपयोग के धूल फांक रही है। इससे मरीजों को निजी लैब में महंगी जांच करवानी पड़ रही है, जिससे आर्थिक रूप से वे और अधिक परेशान हो रहे हैं।
नेत्र व दंत रोग विशेषज्ञ भी नहीं, मरीजों को जाना पड़ रहा जयपुर
अस्पताल में नेत्र एवं दंत रोग विशेषज्ञ नहीं होने के कारण मरीजों को जांच और इलाज के लिए जयपुर जाना पड़ता है। दूर-दराज के गांवों से आने वाले मरीजों के लिए यह स्थिति और भी कष्टदायक हो गई है।
स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही, प्रशासन बना मूकदर्शक
अस्पताल की बदहाल व्यवस्था से मरीजों और उनके परिजनों में भारी आक्रोश है। जनता की मांग पर जब हमारे संवाददाता ने अस्पताल का निरीक्षण किया, तो व्यवस्थाओं की सच्चाई सामने आई। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते मरीजों की सेहत वास्तव में “राम भरोसे” छोड़ दी गई है।
प्रशासन से जल्द समाधान की मांग
स्थानीय लोगों और मरीजों ने प्रशासन से जल्द से जल्द अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने, डॉक्टरों की पूर्ण उपस्थिति सुनिश्चित करने और सोनोलॉजिस्ट की नियुक्ति की मांग की है, ताकि मरीजों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
– रिपोर्ट: डब्लू गोस्वामी, 24 न्यूज राजस्थान
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